सर मेरे दादा ने प्रेम विवाह किया था. अलग जाति में. सर लड़ाई हुई, तलवारें चल गईं. दादा के पिता (परदादा) मारे गए.
दादा यहाँ आ गए. वो नेशनल पार्क के कॉर्नर में बसी अपनी 15 - 20 घरों की बस्ती की ओर इशारा करता है.
अब हम सब यहाँ जंगल बचा रहे हैं. सबको रोजगार मिला है यहाँ. वो हिंदी- अंग्रेजी मिक्स कर के बोल रहा है.
'सर आपकी शादी हो गई?'
'हाँ'
'सर अब तो इंटर-कास्ट मैरिज में कोई प्रॉब्लम नहीं है. वो आज़ादी के पहले की बात थी. आपका इंटरकास्ट है?'
'न' मैं कहीं और ही खोया हूँ.
मुझे एक दोस्त की बहन याद आ रही है जिसे प्रेम विवाह करना था, लेकिन दोस्त के अलावा कोई और तैयार न था. बहन की शादी कहीं और की गई. दो साल बाद illicit abortion के complications की वजह से उसकी मृत्यु हो गई!
मैं उस बस्ती की ओर देखता हूँ और सोचता हूँ कि काश! दोस्त के पिता भी मान गए होते.
मैं हरे भरे जंगल के पास हरी भरी बस्ती देख रहा था लेकिन दोस्त की आँखों में बसी बहन की राख सोच रहा था!
3 comments:
अपने आप में कई चीखों को सन्नाटे में छिपाए हुए . साइलेंट वैली...
Nice ...bhut kuchh byan Karti ...
Nice...bhut kuch aur kehna baki h abhi
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