मजहब क्या है?
मज़े से,
पापों को करते जाना
फिर,
गंगा-स्नान कर उन्हें
धो डालना,
या
मक्का यात्रा कर,
पिचाश की शिला को,
पत्थरो से पीटना?
या फिर,
जब पाप फिर भी न मिटे तो,
दूसरों पे इन्हे थोप कर,
उन्हें जिंदा जलाना,
मारना,
किसी की इज्जत लूटना.
इंसान का इंसान को काटना ही
मजहब है?
मजहब क्या है?
इंसान को इंसान से बांटने का तरीका,
या...इससे भी बदतर कुछ और?